उत्तर प्रदेश औरैया सदर कोतवाली क्षेत्र किराये पर दिये भूमि अबैध कब्जा कर दबंगों ने खाली करने से किया इंकार अबैध कब्जा न हटाया गया तो मजबूर करना पड़ेगा खुनी संघर्ष भूमि स्वामी ने किया एलान | ।

( औरैया सदर कोतवाली क्षेत्र किराये पर दिये भूमि अबैध कब्जा कर दबंगों ने खाली करने से किया इंकार अबैध कब्जा न हटाया गया तो मजबूर करना पड़ेगा खुनी संघर्ष भूमि स्वामी ने किया एलान )
उत्तर प्रदेश औरैया सदर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला सत्तेश्वर निवासी 70 वर्षीय शंकर सिंह का कहना हैकि उसका बेसकीमती एक बैनामा युक्त भूमि/प्लाट पाण्डेय गेस्ट हाउस जालौन चौराहा औरैया में है, उक्त भूमि में पीड़ित द्वारा सन 2007 से सेंगर ढावा के नाम से होटल का संचालन करता आ रहा था, जिसके बाद सन 2015 में पीड़ित शंकर सिंह के पुत्र अशोक सिंह की आकस्मिक तबियत खराब हो गई इस दौरान उसका होटल बन्द रहा इसी दौरान बिपक्षी छुन्ना परिहार पुत्र राम सिंह परिहार निवासी समरथ पुर थाना कोतवाली औरैया जिला औरैया जोकि पीड़ित शकर सिंह के यहाँ आनाजाना था जिससे वह बेहद बिश्वासनीय ब्यवहारी व्यक्ति के रूप में था, उक्त बिपक्षी छुन्ना सिंह परिहार ने पीड़ित शंकर सिंह से उक्त होटल को सम्पूर्ण बारदाना जिसमें जनरेटर, इन्वाइटर, बैटरा, बर्तन, फर्नीचर, गैस सिलेंडर आदि सामान कीमत करीब 150000 (एक लाख पचास हजार) रुपया दिनांक 25/02/2016 से पांच वर्ष की अवधि दिनांक 24/02/2021 तक के लिये 10.000 (दस हजार) रुपया प्रति माह किराया देना एवं बिजली के बिल का भुगतान करने का तय करके किराये पर लिया था, जोकि 100 रूपये के स्टाप पेपर पर लिखित पर दर्ज है, जिसके बिपक्षी छुन्ना परिहार द्वारा चार वर्ष तक पीड़ित शंकर सिंह को समय से किराया देते रहे, इसके बाद वह तरह तरह के बहाने बनाकर किराया देने से बचने लगे, जब तक पीड़ित के होटल एवं भूमि की किरायदारी की अवधि समाप्त होनें के बाद पीड़ित ने बिपक्षी छुन्ना परिहार से अपने होटल का किराया एवं बिजली का बिल की बकाया धनराशि/रुपया मांगते हुये होटल/भूमि की जगह खाली करने के लिये कहा तो तो कई माह तक बिपक्षी छुन्ना परिहार आज कल की बात कहकर टालता रहा और अब बिपक्षी छुन्ना परिहार ने पीड़ित शंकर सिंह क़ो उसके किराये की शेष धनराशि/रुपया देने व होटल/भूमि को खाली करने से साफ मना कर दिया, इतना ही नही पीड़ित शंकर सिंह को कानूनी कार्यवाही ना करने की हिदायत देते हुये जान से मारने आदि की धमकी देते हुये कहा कि यदि तूने किसी प्रकार की कानूनी कार्यवाही की तो तुझे व तेरे लड़कों झूठे मुकदमें लिखाकर जेल भिजवा दूँगा तुम मेरा कुछ नही कर पाओगे, उपरोक्त बिपक्षी छुन्ना परिहार के साथ कई सातिर एवं दबँग राजनैतिक किस्म के लोगों की पीड़ित की बेसकीमती होटल/भूमि पर नियत खराब है जिसके चलते उपरोक्त बिपक्षीगण पीड़ित के होटल का बकाया किराया एवं बिजली के बिल की धनराशि/रुपया नही दे रहा है, तथा होटल/भूमि पर सम्पूर्ण बारदाना/सामान पर जबरन कब्जा किये है जोकि वापस नही देना चाहता है। पीड़ित शंकर सिंह के पुत्र संतोष सिंह ने बताया हैकि बिपक्षी छुन्ना परिहार की होटल/भूमि पर नियत खराब होनें के कारण मेरे पिता शंकर सिंह के बिरुद्ध न्यायालय सिविल जज (जूनियर डिवीजन) औरैया वाद संख्या 06000/722021 क्राइम नं. 170/2021 झूंठे आरोप लगाकर पुलिस प्रशासन की कार्यवाही से बचने के लिये झूठे आरोप पत्र दाखिल किया है। संतोष सिंह ने यह भी कहा हैकि होटल पर अबैध कब्जा करने पर प्रशासन द्वारा कार्यवाही नही की गई जिसके चलते मेरे माँ क़ो भारी सदमा होने से उनकी मृत्यु हो गई, इसके बाद भी पुलिस प्रसासन किसी प्रकार की कार्यवाही नही करना चाहती है, अंततः मुझे अपने होटल से बल पूर्वक अबैध कब्जा हटाने के लिये मजबूर होना पड़ेगा जिसमें खूनी संघर्ष भी होनी की पूर्ण संभावना है।
( पंकज सिंह राणावत की खास रिपोर्ट )