कानपुर पहुंची राज्यपाल आंनन्दी पटेल मोतीझील क्राप्टरुटस प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों से आए कारीगरों का बढ़ाया उत्साह किया अवलोकन । ( शादाब अंसारी की खास रिपोर्ट)

( कानपुर पहुंची राज्यपाल आंनन्दी पटेल मोतीझील क्राप्टरुटस प्रदर्शनी में विभिन्न राज्यों से आए कारीगरों का बढ़ाया उत्साह किया अवलोकन )
उत्तर प्रदेश कानपुर नगर राज्यपाल उ0प्र0 आनन्दी बेन पटेल ने आज लाजपत भवन, मोतीझील में आयोजित क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी में प्रतिभाग कर विभिन्न राज्यों से आये कारीगरों का उत्साह वर्द्धन किया तथा लगाये गये स्टालों का किया अवलोकन। इस अवसर पर उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी कानपुर में 26 जनवरी से 30 जनवरी, 2024 तक आयोजित की जा रही है। क्राफ्टरूट्स भारत के 21 राज्यों में 25000 से अधिक कारीगरों को सशक्त बनाने के लिये समर्पित एक अग्रणी संस्था है। यह शिल्प प्रदर्शनी हमारे सांस्कृतिक रूप से समृद्व राष्ट्र के विभिन्न कोनों से 80 शिल्पों का प्रतिनिधित्व करने वाले 100 से अधिक कारीगरों को एक जीवंत मंच प्रदान करेगी। क्राफ्टरूट्स कानपुर प्रदर्शनी परंपरा और नवीनता के अनूठे मिश्रण का वादा करती है, जिसमें काच बनाने, मिट्टी के बर्तन, पारंपरिक नेल पेंटिग और विभिन्न अन्य शिल्पों में लाइव कार्यशालाये शामिल है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से आगंतुको को इन शिल्पों के पीछे की जटिल प्रक्रियाओं को देखने का अवसर मिलेगा, जिससे कारीगरों के कौशल और समर्पण के प्रति गहरी सराहना बढेगी। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 60 प्रदर्शनी आयोजित हो चुकी है लेकिन जितना प्यार व सहयोग कानपुर में मिला है इतना कही और नही मिला, इससे कारीगरों का उत्साह बढेगा और उनकी कला को सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि कला (आर्ट) एक विशेषता है। उन्होंने कहा कि हमारा ऐसे कई परिवारों से मिलना हुआ जो क्राफ्ट बनाते थे उसीसे उनका परिवार चलता था। उन्होंने कहा कि क्राफ्ट हमारी कला है जो लुप्त हो रही है। ऐसी प्रदर्शनी का आयोजन कर लुप्त हो रही कला को बचाना है और कारीगरों को अवसर प्रदान करना है। क्राफ्ट से गरीब लोग जुडे है, हमें उनकी मद्द करनी है उन्हे सहयोग करना है। गरीब कमायेगा तो अपने बच्चों को पढायेगा और उनकी अच्छी परवरिस करेगा। उन्होंने कहा कि जब हम यह सोचते है कि हमे कुछ अच्छा करके दिखाना है तो आप उसको कर दिखाते है। उन्होंने कहा कि हमारा जो कौशल है उसको बचाना है यदि हम थोडा सहयोग करेंगे तो लोगों को रोजगार मिलेगा, यही क्राफ्ट रूट का लक्ष्य है, आपका का थोडा सा सहयोग कितने लोगों की मद्द करता है। उन्होंने कहा यह कार्यक्रम भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है, जो विभिन्न राज्यों के कारीगरों को अपनी शिल्प कौशल दिखाने और पारंपरिक कलाओं को बढावा देने में योगदान देने के लिये एकजुट करता है।इस अवसर पर मा0 महापौर प्रमिला पाण्डेय, कुलपति छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय विनय पाठक सहित आयोजकगण, विभिन्न राज्यों से आये शिल्पकार व जनसामान्य उपस्थित रहे।
( शादाब अंसारी की खास रिपोर्ट)