सीतापुर थाना मछरेहटा में दरोगा ने गोली मारकर की आत्महत्या सुसाइड नोट आया सामने प्रशासन के फूले हाथ पांव मच गया हड़कंप। ( धन्नजय सिंह की खास रिपोर्ट )
( थाना मछरेहटा में दरोगा ने गोली मारकर की आत्महत्या सुसाइड नोट आया सामने प्रशासन के फूले हाथ पांव मच गया हड़कंप )
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में गुरुवार दरोगा मनोज कुमार ने मछरेहटा थाने के अंदर सरकारी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।गोली की आवाज सुनकर थाने में हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी जब घटना स्थल पर पहुंचे तो दरोगा मनोज कुमार खून से लथपथ पड़े थे। मनोज कुमार को फौरन इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया,लेकिन डॉक्टरों मनोज कुमार को मृत घोषित कर दिया। बता दें कि मनोज कुमार फतेहपुर जिले के रहने वाले थे।
दरोगा ने सुसाइड नोट में क्या लिखा
थाने में दरोगा मनोज कुमार की खुदखुशी की सूचना मिलते ही एसपी चक्रेश मिश्रा और भारी पुलिस बल जिला अस्पताल पहुंच गया। डॉक्टरों ने जैसे ही दरोगा को मृत घोषित किया तो पूरे पुलिस महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। थाने में तैनात दरोगा की आत्महत्या किए जाने को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।दारोगा की मौत के बाद सुसाइड नोट भी सामने आया है,जिसमें दरोगा ने सुसाइड से पहले एसएचओ पर गंभीर आरोप लगाये हैं। सुसाइड नोट में लिखा है कि बिना रुपये लिए मछरेहटा के एसएचओ कोई काम नहीं करते थे। लिहाजा मनोज कुमार ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर खुद को गोली मार ली। इस मामले में सुसाइड नोट सामने आने के बाद एसपी ने जांच कमेटी गठित कर दी है।
एसएचओ की प्रताड़ना से सभी परेशान
थाने के सूत्रों की मानें तो दरोगा मनोज कुमार पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे।उनकी परेशानी का कारण एसएचओ द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जाना बताया जा रहा है।सूत्रों की माने तो मछरेहटा थाने पर तैनात सभी लोग एसएचओ की प्रताड़ना से काफी परेशान हैं।इस मामले पर एसपी चक्रेश मिश्रा का कहना है कि हर पहलू को लेकर जांच की जा रही है।
( धन्नजय सिंह की खास रिपोर्ट )