चित्रकूट भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में रामनवमी को होगा खास कार्यक्रम,रामघाट, कामतानाथ सहित अन्य धार्मिक स्थलों में जलेंगे 11 लाख दीप । ( धन्नजय सिंह की खास रिपोर्ट )

( भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में रामनवमी को होगा खास कार्यक्रम,रामघाट, कामतानाथ सहित अन्य धार्मिक स्थलों में जलेंगे 11 लाख दीप )

चित्रकूट मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की तपोस्थली रही है।भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट अनादि काल से वाल्मीकि समेत तमाम महान ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही है।ऐसे में रामनवमी का पर्व आ रहा है।रामनवमी के पर्व को लेकर चित्रकूट में खास तैयारी हो रही है।रामनवमी के पर्व को भव्य बनाने के लिए प्रशासन के साथ साधु संत भी जुटे हैं।चित्रकूट में रामनवमी के दिन साधु संत और उत्तर प्रदेश,मध्य प्रदेश का प्रशासन 11 लाख दीप जलाने जा रहा है।इसकी तेजी से तैयारी चल रही है।बता दें कि पिछले साल चित्रकूट में रामनवमी के पर्व पर भी 11 लाख दीप जले थे। इस बार भी रामनवमी के पर्व के दिन रामघाट, कामतानाथ सहित अन्य धार्मिक स्थलों को मिलाकर शाम 7 बजे 11 लाख दीप जलेंगे। बताते चलें कि रामनवमी का पर्व चित्रकूट में बहुत खास है।यहां भगवान राम,मां सीता और लक्ष्मण ने वनवास काल के साढ़े ग्यारह साल गुजारे थे।भाई भरत सब तीर्थ का जल लेकर प्रभु भगवान राम को मनाने आए थे और अयोध्या वापस चलने की बात कही थी,लेकिन भगवान राम ने भाई भरत से अयोध्या वापस जाने के लिए मना कर दिया था।तभी भरत भगवान राम की खड़ाऊ लेकर वापस अयोध्या चले गए।भरत अपने साथ लिए सभी तीर्थों के जल को भरतकूप में बने एक कुएं में डाल गए।आज भी उस कुएं का जल पीने के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं और अपने साथ उस जल को ले जाते हैं। कामतानाथ के महंत मदन गोपाल दास ने बताया कि 17 अप्रैल यानी रामनवमी के दिन धर्म नगरी चित्रकूट में भी 11 लाख दीपक प्रज्वलित किए जाएंगे। इसके साथ ही मठ मंदिरों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ साथ प्रभु श्रीराम की भव्य यात्रा भी निकाली जाएगी।उन्होंने बताया कि प्रभु श्रीराम का चित्रकूट से अटूट नाता रहा है,क्योंकि चित्रकूट में ही प्रभु श्रीराम ने माता शबरी के झूठे बेर भी खाए थे।

( धन्नजय सिंह की खास रिपोर्ट )

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