मथुरा वृन्दावन जेसीबी द्वारा सैकड़ों हरेभरे पेड़ों को काटकर पशु पक्षियों की दे दी गई बली  अपराधी आजाद। ( जॉइंट एडिटर डॉक्टर केशव आचार्य गोस्वामी युवराज कात्यायन पचौरी )

( वृन्दावन जेसीबी द्वारा सैकड़ों हरेभरे पेड़ों को काटकर पशु पक्षियों की दे दी गई बली  अपराधी आजाद )

वृंदावन, केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के द्वारा पेड़ लगाने पर जोर दिया जा रहा है सभी विभागों को वृक्षारोपण का लक्ष्य भी दिया गया है। जहां एक वृक्ष को पूर्ण वृक्ष बनने में वर्षों का समय लगता है वही कुछ घंटे में सैकड़ो पेड़ों की बलि दे दी गई। मामला छटीकरा वृंदावन मार्ग स्थित वैष्णो देवी मंदिर के सामने बने डालमिया फार्म हाउस का है। 18 सितंबर दिन बुधवार की रात्रि दर्जनों जेसीबी और पोकलेन मशीन के साथ दर्जनों की संख्या में लोगो के द्वारा डालमिया फार्म हाउस को तहस-नस कर दिया गया। देर रात्रि करीब 1 बजे यह लोग जेसीबी पर सवार होकर फार्म हाउस में घुस गए और बड़ी संख्या में पुराने पेड़ों को उखाड़ दिया गया। मौके पर पेड़ों की स्थिति देखकर ऐसा लग रहा था दरिंदों द्वारा एक हरे भरे बगीचे को शमशान बना दिया गया हो। मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि यहां पर पीपल, बरगद, नीम, जामुन, सहजन, कटहल एवं तमाम फलों के पेड़ लगे हुए थे जिनको काटना पूर्ण रूप से प्रतिबंध भी है। इसके बावजूद प्रशासन की नाक के नीचे यह तांडव किया गया। खुले रूप से इन भू माफिया के द्वारा योगी सरकार को चुनौती दी गई है। इतना ही नहीं इन पेड़ों की शरण में रह रहे सैकड़ो की संख्या में पशु पक्षी भी मौत के घाट उतार दिए गए। काफी संख्या में सांपों एवं पक्षियों के कटे हुए शव भी देखने को मिले। चिड़ियों के घोसले जिनमें उनके अंडे भी थे चारों तरफ बिखरे पड़े थे। करोड़ों रुपए की बेस कीमती जगह को हासिल करने के लिए भरे पूरे उपवन को उजाड़ दिया गया। लोगों द्वारा यह भी बताया गया काफी समय पहले डालमिया परिवार के द्वारा यह जमीन बेच दी गई है। जिन्हें मथुरा के कुछ धनाट्य लोगों ने खरीद लिया है। जिन्होंने यहां प्लाटिंग भी कर दी और सारी जमीन को बेच दिया है। अब केवल कब्जा दिलाना बाकी है। प्रत्यक्षदर्शी परमानंद महाराज ने बताया कि रात के समय यहां पर पेड़ काटने का काम हुआ है फुटपाथ पर उनकी झोपड़ी को भी तोड़ डाला गया लग्जरी गाड़ी में आए लोगों के निर्देश पर यह सारा कार्य हुआ है पर्यावरण प्रेमियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। रात्रि में तीन से चार घंटे चली इस तांडव लीला को रोकने के लिए कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। पुलिस प्रशासन द्वारा जहां रात्रि भर पेट्रोलिंग की बात कही जाती है इससे सिद्ध होता है जान पूछ कर इस मामले पर चुप्पी साध ली गई है। जैंत थाने के इंचार्ज भी जवाब देने से बचते नजर आए। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की रेंजर अतुल तिवारी सीनियर डिवीजन ऑफिसर मनीष कुमार शर्मा समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे रेंजर के मुताबिक प्राथमिक तौर पर काटे गए करीब 300 से अधिक पेड़ों की गिनती हो चुकी है। जल्द ही गणना कर कार्यवाही की जाएगी। ताज ट्रेपीजियम जोन में शामिल होने की वजह से इस क्षेत्र में बिना अनुमति के पेड़ कटान पर उच्चतम न्यायालय ने रोक लगाई है। देररात्रि प्रशासन द्वारा 10 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है जिसमें डालमिया संस नारायण प्रसाद डालमिया, श्री चंद्र धानुका अरुण धानुका मृगांक धानुका, गुरु कृपा तपोवन भूमि मलिक बिल्डर जेसीबी मालिक पोकलेन मलिक एवं श्रमिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इतने बड़े विध्वंस के बाद अब देखना यह होगा कि प्रशासन केवल खानापूर्ति करता है या वाकई में कोई कार्यवाही भी होती है।

( जॉइंट एडिटर डॉक्टर केशव आचार्य गोस्वामी युवराज कात्यायन पचौरी )

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