आगरा थाना एत्माद्दौला क्षेत्र 50 वर्षीय पिता ने 14 वर्षीय पुत्री को जहर देकर उतारा मौत के घाट खुद झूल गया फांसी के फंदे पर। ( योगेश पाठक की खास रिपोर्ट )

( थाना एत्माद्दौला क्षेत्र 50 वर्षीय पिता ने 14 वर्षीय पुत्री को जहर देकर उतारा मौत के घाट खुद झूल गया फांसी के फंदे पर )
उत्तर प्रदेश आगरा थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के कटरा वजीर खा में रहने वाले 50 वर्षीय चंद्र प्रकाश उर्फ पप्पू अपनी 14 वर्षीय बेटी खुशी के साथ रहते थे। आशंका है कि बेटी को जहर देने के बाद उन्होंने घर की रसोई में लगे पंखे पर लटककर फंदा लगा लिया। घर की ऊपरी मंजिल पर रहने वाले मृतक के बड़े भाई इंद्रजीत जब शुक्रवार सुबह 4 बजे जब चाय बनाने के लिए नीचे आए तो छोटे भाई का शव पंखे से लटका देखा। 14 वर्षीय खुशी का शव बेड पर पड़ा हुआ था और उसके मुँह से झाग निकल रहे थे। शव लटका देखने के बाद उन्होंने पड़ोस के लोगो को बुलाकर पंखे से उतारकर बेड पर रख दिया। कुछ समय बाद उन्होंने पुलिस को सूचना देकर घटना से अवगत कराया। मौके पर थाना प्रभारी सहित एसीपी छत्ता हेमंत कुमार भी पहुँच गए और जाँच पड़ताल में जुट गए। विकलांग बेटी की जहर देकर हत्या के बाद पिता ने रसोई में पंखे पर फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सुबह के समय दो मौतों से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मृतक की पत्नी का तीन साल पहले देहांत हो चुका है। एक साल पहले दूसरा विवाह किया था।
बेटी जन्म से थी विकलांग
चन्द्र प्रकाश उर्फ पप्पू की 14 वर्षीय बेटी खुशी जन्म से विकलांग थी। तीन साल पहले उनकी पत्नी का देहांत हो गया था जिसके बाद वह अकेले ही अपनी बेटी की देखरेख करते थे। एक साल पहले उन्होंने दिल्ली से अपना दूसरा विवाह किया था।
पहले बेटी को दिया जहर फिर खुद लगाया फंदा
आशंका है कि चन्द्र प्रकाश उर्फ पप्पू ने पहले अपनी बेटी को जहर दिया फिर रसोई में लगे पंखे पर फंदा लगाकर फाँसी लगा ली। मौके पर पहुँची एत्माद्दौला पुलिस घटना के पीछे की वजह तलाश करने में जुटी हुई है। मृतक के बड़े भाई से पूछताछ जारी है।
बड़े भाई का हो चुका है डाइवोर्स
मृतक चंद्र प्रकाश के बड़े भाई इंद्रजीत भी उसी मकान में रहते हैं। कुछ समय पहले उनका अपनी पत्नी से तलाक हो चुका है। तलाक के बाद बच्चे भी उनकी पत्नी के साथ ही रहते हैं। इंद्रजीत जूता फैक्ट्री में कारीगर के रूप में काम करते हैं।
जूते का कारीगर था मृतक चन्द्र प्रकाश
विकलांग बेटी को जहर देकर हत्या करने के बाद खुद फाँसी का फंदा लगाने वाले 50 वर्षीय चंद्रप्रकाश उर्फ पप्पू जूते का कारीगर था। नौकरी करके वह अपना घर चलाता था और बच्ची की देखभाल किया करता था। सूचना के बाद मौके पर पहुँची इलाकाई पुलिस साक्ष्य एकत्र करने में जुट गई है। इतनी बड़ी घटना के पीछे क्या वजह रही। घटना है या फिर कोई साजिश हर एक एंगल से पुलिस मामले में जुटी हुई है। वही सुबह-सुबह दो मौतों के बाद से क्षेत्र की जनता में भी अलग-अलग चर्चाओं का विषय बना हुआ है। सभी इतनी बड़ी घटना के पीछे का कारण जानना चाहते हैं।
( योगेश पाठक की खास रिपोर्ट )