भोपाल थाना कोतवाली क्षेत्र में बीज प्रमाणीकरण संस्था के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने अन्य साथियों संग मिलकर किया 10 करोड़ रुपए का गमन का पुलिस ने किया बड़ा खुलासा पुलिस द्वारा बैंक अधिकारी व मास्टर माइंड सहित दो अभियुक्तों को गिरफतार कर लगभग 09 करोड़ रूपए किए गए बरामद अन्य की तलाश में जुटी पुलिस। ( मुकेश कुमार की खास रिपोर्ट )

( बाइट रियाज़ इकबाल , डीसीपी जोन 3 )
( थाना कोतवाली क्षेत्र में बीज प्रमाणीकरण संस्था के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने अन्य साथियों संग मिलकर किया 10 करोड़ रुपए का गमन का पुलिस ने किया बड़ा खुलासा पुलिस द्वारा बैंक अधिकारी व मास्टर माइंड सहित दो अभियुक्तों को गिरफतार कर लगभग 09 करोड़ रूपए किए गए बरामद अन्य की तलाश में जुटी पुलिस )
भोपाल थाना कोतवाली क्षेत्र में शासकीय खजाने से 10 करोड़ रुपए के गबन का मामला सामने आया है… जहां बीज प्रमाणीकरण संस्था के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी ने अपने अन्य साथी और बैंक कर्मचारी के साथ मिली भगत कर 10 करोड़ की सेंधमारी की है… पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए मास्टर माइंड बिजेंद्र दास नामदेव को रीवा से गिरफ्तार किया है… डीसीपी जोन 3 के रियाज इकबाल ने बताया कि…आरोपियों ने कूटरचित दस्तावेज के आधार पर धनराशि को बैंक से निकालकर जमीनें खरीदी … आरोपी उस जमीन पर शासन की राष्ट्रीय पशु संवर्धन योजना के तहत सब्सिडी के साथ करोड़ों का लोन लेने की योजना बना रहे थे… जिस योजना को एसआईटी ने पकड़ लिया… वहीं बैंक ने ऑडिट के दौरान 10 करोड़ राशि की भिन्नता पाई …जिसके बाद मामला उजागर में आया… सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक नोयल सिंह और यश बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर इस पूरी घटना को अंजाम दिया गया है…10 करोड़ की 2 एफडीआर को सेंट्रल बैंक की इमामीगेट शाखा में जमा करवाया गया…इसके बाद बीडी नामदेव , वरुण कुमार ने बीज प्रमाणीकरण के लेखा सहायक दीपक पंथी के साथ मिलकर 10 करोड़ की मूल एफडीआर ले ली… वहीं शाखा प्रबंधक नोयल सिंह एफडीआर को कूट रचित तरीके से संस्था को गुमराह किया गया…इसमें संस्थानों के फर्जी सील और दस्तावेजों का भी इस्तेमाल किया गया… बैंक मैनेजर ने बीडी नामदेव को आहरण और वितरण अधिकारी बताया और 5 – करोड़ की दो डीडी बनाकर एफडीआर को तोड़ दिया… और इस डीडी को यश बैंक के सेल्स मैन धनंजय गिरी की सहायता से बिना सत्यापन यश बैंक में बीज प्रमाणीकरण की संस्था के नाम पर जमा कर दिया…बाद में इस 10करोड़ की राशि को शैलेंद्र प्रधान की सहायता से अलग अलग 50 खातों में ट्रांसफर कराया गया… इस दौरान कुछ लोगों को पैसे रखने के एवज में कमीशन भी दिया गया…इसमें राजेश शर्मा , पीयूष शर्मा को गिरफ्तार किया गया है…और खाता धारकों की पुलिस जांच कर रही है…पुलिस ने आरोपी बीडी नामदेव कब्जे से खरीदी गई करीब साढ़े 6 करोड़ की जमीन की रजिस्ट्री , अन्य फरार आरोपी के सवा करोड़ रुपए की खरीदी गई जमीन ,फर्जी दस्तावेज , सील और 97 लाख रुपए खातों से जब्त किया है…कुल 8 करोड़ 65 लाख वसूल किया गया है…इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है…वहीं एक फरार चल रहा है… पुलिस अन्य मामलों में भी आशंका के तहत बीज प्रमाणीकरण अधिकारियों और बैंक अधिकारियों से पूछताछ करेगी…
( मुकेश कुमार की खास रिपोर्ट )