बोकारो कोरोना संक्रमण को बढ़ते मामले को देखते हुए झारखंड-बंगाल बॉर्डर पर बढ़ाई गई सुरक्षा प्रतिबंधित वाहनों को बिना E- Pass के नहीं दी जा रही एंट्री | ( ताज कुरेशी की खास रिपोर्ट )

( जिले के मुख्य 18 चौक-चौराहों एवं सीमावर्ती क्षेत्रों के में 05 चेकिंग पॉइन्ट बनाया गया )

बोकारो कोरोना संक्रमण को बढ़ते मामले को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के रूप में लगाए गए लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 16 मई से 27 मई, 2021 तक कर दी गयी है। पहले से ज्यादा पाबंदियों पर अधिक सख्ती बरती जाएगी। इसी निर्देश के आलोक में उपायुक्त श्री राजेश सिंह एवं पुलिस अधीक्षक श्री चंदन कुमार झा ने संयुक्त रूप से आदेश जारी कर जिले के मुख्य चौक-चौराहों पर दण्डाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियो द्वारा इसे सख्ती से पालन कराया जा रहा है। साथ ही जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में चेकपोस्ट पर राज्य सरकार के द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशो का अक्षरशः अनुपालन कराया जा रहा है तथा प्रतिबंधित वाहनों को बिना E- Pass के एंट्री नहीं दी जा रही है। जिले के मुख्य 18 चौक-चौराहों एवं जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में 05 चेकिंग पॉइन्ट बनाया गया है | उपायुक्त श्री राजेश सिंह के आदेश पर जिले के मुख्य 18 चौक-चौराहों एवं जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में 05 चेकिंग पॉइन्ट बनाया गया है। जहाँ दंडाधिकारी सहित पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसी सम्बन्ध में पिंडराजोरा थाना क्षेत्र के बंगाल बॉर्डर पर सुबह से ही पुलिस और मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। यहां बिना ई-पास के आने वाले लोगों को वाहन सहित बंगाल की ओर वापस भेज दिया जा रहा है। थाना प्रभारी खुद बॉर्डर पर मुस्तैद नजर आ रहे हैं। राज्य सरकार ने सभी बॉर्डर को सील करने का निर्देश दिया था। इसी आलोक में बंगाल से सटे इस बॉर्डर को भी पूरी तरह से सील कर दिया गया है। कोरोना के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए यह एक ठोस एवं कारगर कदम है। बंगाल सीमा स्थित पिंडराजोरा में तैनात दंडाधिकारी बताया कि बिना पास के किसी को भी झारखंड में प्रवेश नहीं दी जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि आज पहला दिन है, इसलिए लोगों को पूर्ण जानकारी दी जा रही है। लेकिन सख्ती निरंतर बरकरार रहेगी। वहीं थाना प्रभारी श्री प्रभाकर मुंडा ने बताया कि बॉर्डर होने के कारण यहां पूरी तरह से सख्ती की जा रही है, ताकि लोग झारखंड में प्रवेश नहीं करें। साथ ही उन्होंने बताया कि बंगाल में भी पूरी तरह से लॉकडाउन है। ऐसे में इधर से भी बिना पास वालों को जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है। झारखंड में E-PASS के लिए बने नियमों में कुछ संशोधन किया गया है, जानें क्या हुआ है बदलाव-  शव यात्रा में शामिल लोगों को E-Pass की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। चिकित्सा उद्देश्यों और इससे संबंधित कार्यों जैसे चिकित्सीय जांच या शारीरिक जांच या फिर वैक्सीनेशन के लिए और मरीजों को अस्पताल जाने-आने में और दवा लेने जाने और आने के लिए E-Pass की जरुरत नहीं होगी। अनुमति प्राप्त सामग्रियों को खरीदने के लिए E-Pass महज 3 घंटे की अवधि के लिए ही सुबह 6 बजे से 3 बजे के बीच ही मिल पाएगी।

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